बीकानेर। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेहाना रियाज चिश्ती ने शुक्रवार को सर्किट हाउस में जनसुनवाई की। उन्होंने कहा कि महिला अत्याचार पर प्रभावी अंकुश और पीड़ित महिला को समयबद्ध राहत दिलाने में पुलिस की भूमिका महत्वपूर्ण है। इसे समझते हुए त्वरित कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा महिला अत्याचार के मामलों में प्राथमिकी दर्ज की जाए। ऐसे मामलों में एफआईआर दर्ज नहीं करने की शिकायत पाई जाने पर संबंधित के खिलाफ सख्त कार्यवाही की अनुशंसा की जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस मानवीय चेहरे के साथ पेश आएं तथा किसी के साथ अन्याय नहीं हो, यह सुनिश्चित किया जाए।
महिला आयोग अध्यक्ष ने कहा कि महिला थानों में महिलाओं के प्रति अतिरिक्त संवेदनशीलता रखी जाए। महिलाएं सहज रूप से अपनी परेशानी बता सकें, इसके मद्देनजर इनकी उचित सुनवाई हो। जनसुनवाई के दौरान उन्होंने बीस से अधिक प्रकरणों की सुनवाई की और निस्तारण के लिए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने प्रकरणों में समयबद्ध रिपोर्ट उपलब्ध नहीं करवाए जाने को गंभीरता से लिया और ऐसे मामलों में अगले सात दिन में तथ्यात्मक रिपोर्ट उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए।
इस दौरान जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल, महिला आयोग सदस्य अंजना मेघवाल, आयोग के सदस्य सचिव सत्येद्र पाल सिंह, रजिस्ट्रार अजय शुक्ला सहित विभिन्न जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।