
बीकानेर।विश्व का सबसे बड़ा बैंकनोट अब बीकानेर की धरा पर है। अफ्रीकी देश बुरुंडी द्वारा हाल ही में जारी किया गया 10,000 फ्रैंक मूल्यवर्ग का स्मारक नोट, जिसे आधिकारिक तौर पर दुनिया का सबसे बड़ा बैंकनोट घोषित किया गया है।इससे पहले यह रिकॉर्ड मलेशिया के वर्ष 2017 में जारी 600 रिंगिट के नोट के नाम था, जिसे अब बुरुंडी के इस विशाल नोट ने पीछे छोड़ दिया है।
*प्रकृति-संरक्षण की थीम पर आधारित है यह बैंकनोट*
सुधीर लुणावत ने बताया कि यह विशेष नोट वन्य जीवों और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर सम्मेलन की 50वीं वर्षगांठ की स्मृति में जारी किया गया है। इसके अग्रभाग पर अफ्रीका के प्रमुख और विशाल जीवों जैसे शेर, जिराफ, भैंस, तेंदुआ, अफ्रीकी हाथी और गैंडे पर बैठे दुर्लभ पक्षी की तस्वीरें अंकित हैं। ये सभी जीव CITES द्वारा संरक्षित श्रेणी में आते हैं।
*नोट में झलकती है बुरुंडी की संस्कृति और पहचान*
नोट के पिछले भाग में फ्रेंच भाषा में विवरण के साथ-साथ बुरुंडी का राष्ट्रीय चिन्ह, पारंपरिक नृत्य, ढोल वादक, राष्ट्रपति भवन, राष्ट्रीय ध्वज, केंद्रीय बैंक का लोगो और देश का मानचित्र दर्शाया गया है, जो इसे एक कलात्मक और सांस्कृतिक दस्तावेज़ भी बनाता है।
*नोट के सुरक्षा फीचर्स भी कमाल के*
इस बैंकनोट में दो सुरक्षा थ्रेड्स, ग्लोब का वॉटरमार्क, और दो सुनहरे तारे हैं जो नोट को अलग-अलग कोणों से देखने पर रंग बदलते हैं। यह न केवल एक संग्रहणीय वस्तु है, बल्कि तकनीकी रूप से भी अत्यंत उन्नत है।
*केवल 1000 प्रतियां – संग्रहकर्ताओं में मची होड़*
इस अद्भुत नोट की केवल 1000 प्रतियां ही प्रिंट की गई हैं, जिससे इसकी दुर्लभता और संग्रहणीय महत्व और भी बढ़ गया है। दुनियाभर के करेंसी प्रेमियों के बीच यह नोट चर्चा का विषय बना हुआ है।
*बीकानेर बना करेंसी संग्रहण का केंद्र*
सुधीर लुणावत द्वारा प्राप्त यह नोट बीकानेर को वैश्विक करेंसी मैप पर एक विशेष स्थान दिलाता है। उनकी यह उपलब्धि न केवल स्थानीय गौरव है, बल्कि यह भारत के करेंसी इतिहास के लिए भी एक अनमोल धरोहर बन गई है।