राजस्थान के बीकानेर में पुनर्जन्म की एक कहानी सामने आई है।बीकानेर के सींथल गांव में पली बढ़ी कृषा की मां बताती हैं कि उनकी ढाई साल की बेटी एक दिन अचानक अमेरिकी लहजे में अंग्रेजी बोलने लगी। पहले कुछ अटपटा लगा, कुछ महीने बाद पूरा माजरा समझ आया।
बीकानेर के सींथल गांव में पली-बढ़ी कृषा की मां बताती हैं कि लगभग ढाई साल की उम्र में जब एक दिन वह अचानक अमरिकी लहजे में अंग्रेजी बोलने लगी तो पहले तो यह उन्हें कोई केमिकल लोचा लगा, लेकिन जब चिकित्सकों को दिखाया और कृषा की बोली धीरे-धीरे साफ हुई तो उसकी बताई बातें और भी स्पष्ट होने लगी।कृषा के परिवार का अमेरिका से दूर तक कोई नाता नहीं है।कोरोना काल में लॉकडाउन में रहने की वजह से किसी बाहरी संपर्क की भी संभावना नहीं थी और परिवार के सभी लोग टीवी में भी हिंदी के कार्यक्रम ही देखते थे। कृषा का बड़ा भाई जरूर बेंगलुरु में इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ रहा है, मगर वह भी अभी प्राइमरी क्लास का छात्र है।