बीकानेर। कहते हैं हिम्मत, हौसला और जज्बा है तो कोई भी मुसीबत बाधा नहीं बन सकती है। ऐसी ही मिसाल पेश की है, शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती एक युवक ने, युवक की कूल्हे की हड्डी में चोट लगने के बावजूद एंबुलेंस से परीक्षा केंद्र पर पहुंच गया। सरकारी नौकरी का जुनून ऐसा कि युवक कुल्हे की हड्डी के आपरेशन के बावजूद यह युवक राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित सहायक आचार्य की परीक्षा देने परीक्षा केंद्र पहुंच गया।व्यास कालोनी निवासी गौरी शंकर 29 दिसंबर को एक्सीडेंट हो गया था जिसमें उसकी फीमर की हड्डी टूट गई थी।गौरीशंकर का 31दिसंबर को बड़ा आपरेशन हुआ है। फीमर की हड्डी टूटने से वह खड़ा भी नहीं हो पा रहा इतने दर्द के बावजूद युवक के हौसले को देखकर लोग भी दंग रह गए,दरअसल गौरी शंकर सहायक आचार्य के लिए पिछले काफी तैयारी की थी।ऐसे में वह हर हाल में परीक्षा देना चाहता था।उसने यह बात अपने परिजनों को बताई तो परिजनों ने भी उसका साथ दिया। इसके बाद रविवार को वह एंबुलेंस की मदद से परीक्षा केंद्र पर पहुंची और परीक्षा दी। युवक के इस साहस को सभी लोगों ने सलाम किया।दरअसल,निजी अस्पताल में भर्ती इस युवक ने अपने परिजनों ने परीक्षा देने की इच्छा जाहिर की जिस पर परिजनों ने एंबुलेंस की तुरंत व्यवस्था कराई। परिजनों ने गौरीशंकर को जरूरी दवाइयां देकर शहीद मेजर जेम्स थामस राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के परीक्षा केंद्र पर भेजा जहां स्कूल के अलग कमरे में उसकी परीक्षा सम्पन्न कराई गई।
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