बीकानेर। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने प्रशासन शहरों के संग अभियान के तहत आयोजित शिविर से पूर्व डोर-टू-डोर सर्वे प्रभावी तरीके से नहीं किए जाने पर नाराजगी जताई और संबंधित अधिकारियों को गंभीरतापूर्वक कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत महत्वपूर्ण अभियान है। इसमें किसी प्रकार की ढिलाई सहन नहीं की जाएगी। यदि ऐसा पाया जाता है तो संबंधित कार्मिक के खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
जिला कलक्टर ने सोमवार को दीनदयाल सर्किल स्थित नगर निगम कार्यालय में वार्ड 50, 51 और 52 के लिए आयोजित शिविर का निरीक्षण कर रहे थे। उन्होंने शिविर से पूर्व किए गए सर्वे पर असंतोष जताया। उन्होंने कहा कि शिविर से तीन दिन पूर्व तीनों वार्डों के प्रत्येक घर का सर्वे किया जाना था, लेकिन निगम द्वारा अपूर्ण सर्वे किया गया। इस कारण शिविर के दौरान पट्टे के तीन आवेदन ही प्राप्त हुए। वहीं निरीक्षण के दौरान पुराने 25 आवेदन लंबित पाए गए। जिला कलक्टर ने इसे भी गंभीरता से लिया। उन्होंने पूर्ण सर्वे नहीं किए जाने का कारण पूछा और जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दिए।
*सर्वे के क्रॉस वेरिफिकेशन के लिए पहुंचे हनुमानहत्था*
नगर निगम द्वारा शिविर से पूर्व किए गए सर्वे के क्रॉस वेरिफिकेशन के लिए जिला कलक्टर ने हनुमानहत्था क्षेत्र में पूनम सिंह राजपुरोहित के घर पहुंचकर फीडबैक लिया। इस दौरान जानकारी मिली कि सोमवार को ही क्षेत्र में सर्वे किया गया, जबकि यह सर्वे शिविर से तीन दिन पूर्व करना था। पट्टे के लिए आवेदन भी सोमवार को ही दिया गया। इस पर जिला कलक्टर ने सर्वे टीम के सदस्यों को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसा पाए जाने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कचरा संग्रहण करने वाले वाहनों के माध्यम से शिविरों का प्रचार-प्रसार करवाने तथा सर्वे टीमों का नियमित रिव्यू करने के निर्देश दिए। इस दौरान आयुक्त गोपाल राम बिड़दा सहित अन्य अधिकारी साथ रहे।