बीकानेर। जिला प्रशासन द्वारा प्रतिबंध के बावजूद शहर में धड़ल्ले से बिक रहा चाइनीज मांझा लोगों के लिए घातक साबित हो रहा है। इंसानों से लेकर पक्षी भी चाइनीज मांझे की चपेट में आने से घायल हो रहे हैं। लेकिन पुलिस और प्रशासन के अधिकारी कुछ दुकानों पर जाकर मांझे को जब्त कर अपने कर्तव्यों की इति श्री कर लेते है। बीकानेर जिले में चाइनीज मांझे की बिक्री करने वालों पर कठोर कार्रवाई करने को कोई प्रशासनिक अधिकारी तैयार नहीं है। बीकानेर शहर में प्रतिबंध के बावजूद ये मांझा धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। जिससे मांझे की चपेट में आने से लोग घायल रहे हैं।आज दोपहर नोखा रोड पर जा रहे युवक सुरेंद्र बिहानी चाइनीज मांझे की चपेट में आ गया । मांझे की चपेट में आने से उसके होंठ कट गए। वहा मौजूद लोग उसे पीबीएम अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर ले गए।जहा उसके 16टांके आए है वही एक दूसरे हादसे में एक महिला बैंक कर्मी भी बुरी तरह से घायल हो गई बताया जा रहा है कि चाइनीज मांझे की चपेट में आने से महिला की आंख,नाक चोटिल हो गयी है। ट्रॉमा सेंटर पर कार्यरत कर्मियों के अनुसार पिछले दो दिन मे 15 जने चाइनीज मांझे की चपेट में आने से घायल हो चुके हैं। इसके अलावा रोजाना कई पक्षी भी मांझे के कारण जख्मी होकर सड़कों पर गिरे नजर आ रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि जब चाईनीज मांझे की बिक्री पर प्रतिबंध है, तो पुलिस और प्रशासन मांझा बेचने वालों पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे है केवल कुछ मांझा विक्रेताओं पर कार्यवाही कर प्रशासन अपनी पीठ थपथपा रहा है।