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बीकानेर: वसुंधरा किनारे लेकिन राजे समर्थक भाटी की भाजपा में एंट्री, केन्द्रीय मंत्री मेघवाल-भाटी की कोल्ड वार समाप्त कर भाजपा ने खेला ट्रंप कार्ड

बीकानेर। पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी के चुनाव से महज 2 महीने पहले ही फिर से बीजेपी में वापसी हो गई है। भाटी ने जयपुर प्रदेश भाजपा कार्यालय में बीजेपी ज्वाइन की। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, प्रभारी अरुण सिंह ने देवी सिंह भाटी की बीजेपी में वापसी की बधाई दी। तो वही कोलायत विधानसभा सीट पर क्षत्रप नेता देवी सिंह ने जीत का दावा भी पक्का कर डाला।राजनीति में ना कोई सच्चा दोस्त होता है और ना ही कोई पक्का दुश्मन। ऐसा ही कुछ नजारा देखने को मिला जब देवी सिंह भाटी और अर्जुन राम मेघवाल के बीच जारी अदावत खत्म हो गई। वसुंधरा राजे गुट के माने जाने वाले खांटी नेता देवी सिंह भाटी ने

श्राद्ध पक्ष लगने से एक दिन पहले ही रातों रात बीजेपी ज्वाइन कर ली। भाटी के ज्वाइन करते ही अब बीकानेर जिले की 7 विधान सभा सीटों पर राजनीतिक समीकरण भी बदलते दिखाई पड़ेंगे। आखिर 5 साल बाद ही सही लेकिन कोलायत से 7 बार के विधायक रहे क्षत्रप पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी की वापसी ने कांग्रेस के मंत्री भंवर सिंह भाटी के लिए भी मुश्किलें खड़ी कर दी है। वहीं अर्जुन राम मेघवाल और देवी सिंह के बीच सब कुछ सही होने को लेकर भी सवाल खड़े कर दिए है। 5 साल पहले बीजेपी ने बीकानेर लोकसभा सीट से अर्जुन राम मेघवाल पर दाव खेला और कामयाब भी रही। लेकिन साथ ही देवी सिंह भाटी की नाराजगी भी बीजेपी ने मोल ले ली। देवी सिंह भाटी चुनाव भले हारे लेकिन लोकप्रियता वैसी ही बरकरार रही। वही वसुंधरा राजे भी देवी सिंह की फिर से बीजेपी में वापसी के लिए जी जान से जुटी रही। सूत्रों की माने तो केंद्र सरकार के दो मंत्री जो भाटी के ही समाज से आते हैं उनकी ओर से बीजेपी आला कमान को मनाया गया। और ना नुकर और कुछ शर्तों के साथ के आखिर देवी सिंह भाटी की फिर से भाजपा में एंट्री हो पाई देखा। जाए तो भाटी आज से 6 महीने पहले ही बीजेपी ज्वाइन करने के लिए तैयार थे जब उनकी ओर से देशनोक में वसुंधरा राजे की सभा में बड़ी भीड़ जुटा गई । लेकिन इस दरमियान अर्जुन राम मेघवाल को पार्टी में घर वापसी कमेटी का संयोजक बना दिया गया। जिसके चलते भाटी की एंट्री पर फिर से विराम लग गया बीते। देख जाए तो बीते 10 दिन में राजनीतिक घटनाक्रम में ऐसा मोड़ लिया जब सीएम गहलोत से देवी सिंह भाटी की मुलाकात की चर्चाएं सियासी गलियारों में सामने आई । इसके बाद भाजपा ने बिना किसी नुकसान को मोल लेना चाहा और भाटी की पार्टी में वापसी हो पाई।हालांकि पार्टी ज्वाइन करने के बाद में देवी सिंह भाटी ने जरूर कहा कि अर्जुन राम मेघवाल से सारे गिले शिकवे दूर हो गए हैं। अब दोनों ही मिलकर बीकानेर में सभी विधानसभा सीटों पर कमल खिलाने में जी जान से जुटेंगे। लेकिन देखने वाली बात है जहां एक और वसुंधरा को भाजपा नेतृत्व ने साइड लाइन किया हुआ है वहीं राजे गुट के नेता क्या पूरी ईमानदारी से पार्टी से वफादारी निभा पायेंगे।

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