
बीकानेर।जिले के छतरगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं की लापरवाही का सनसनीखेज मामला सामने आया है। सरकारी अस्पताल के कंपाउंडर श्रवण तर्ड की लापरवाही के चलते एक मासूम बच्ची की जान चली गई। इस गंभीर मामले को देखते हुए चिकित्सा विभाग के बीसीएमएचओ मुकेश मीणा ने तत्काल प्रभाव से कंपाउंडर को एपीओ कर दिया हैं। दरअसल छतरगढ़ कस्बे की एक बच्ची को बुखार था, जिसके इलाज के लिए कंपाउंडर श्रवण तर्ड ने उसे अपने निजी घर पर इंजेक्शन लगाया। लेकिन इंजेक्शन लगने के कुछ ही देर बाद बच्ची की हालत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद परिवार में मातम छा गया और परिजनों ने कंपाउंडर पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया।बच्ची की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया और सरकारी अस्पताल के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। गुस्साए लोगों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर अस्पताल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। मौके पर पहुंचे छतरगढ़ थानाधिकारी भजनलाल लावा ने किसी तरह माहौल को संभाला।मामले को बिगड़ता देखते हुए बीसीएमएचओ मुकेश मीणा ने तुरंत प्रभाव से कंपाउंडर श्रवण तर्ड को एपीओ कर दिया।