बीकानेर।रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के अटूट प्रेम का पर्व है। इस त्योहार पर बहन अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती है और भाई अपनी बहन की रक्षा करने का वचन देता है। यह बात पंडित राजेन्द्र किराडू ने रक्षाबंधन पर्व की महत्ता बताते हुए कही। उन्होंने बताया कि रक्षाबंधन का त्योहार श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार इस वर्ष श्रावण माह की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 11 अगस्त को सुबह 10 बजकर 38 मिनट से शुरू हो जाएगी। पूर्णिमा तिथि का समापन 12 अगस्त शुक्रवार को सुबह 7 बजकर 5 मिनट पर होगा। ऐसे में ज्योतिष के अनुसार रक्षाबंधन का त्योहार 11 अगस्त को मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार राखी बंधवाते समय भाई का मुख पूर्व दिशा में और बहन का मुख पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए। सबसे पहले बहन अपने भाई को रोली, अक्षत का टीका लगाएं, घी के दीपक से आरती उतारें तथा उसके बाद मिष्ठान खिलाकर भाई के दाहिने कलाई पर राखी बांधनी चाहिए।