बीकानेर। हिन्दू धर्म में सावन का बेहद ख़ास महत्व है। भोलेनाथ और उनके भक्तों का प्रिय मास सावन आज से शुरू हो गया है, बीकानेर के शिव मंदिरों में शिवालयों पर जाकर श्रद्धालु देवाधिदेव महादेव को जल,दूध,घी,गन्ने के जूस अर्पित कर रहे हैं। वहीं बीकानेर के सबसे प्राचीन लालेश्वर महादेव मंदिर में अलसुबह से ही शिव भक्तों का तांता लगा हुआ है।शहर के जनेश्वर महादेव पितालेश्वर महादेव,बारह महादेव,अमरेश्वर महादेव मंदिर,कर्जमुक्तेश्वर महादेव मंदिरों में बम-बम भोले के जयकारे गूंज रहे हैं और महादेव के भक्त हाथ में लोटे में जल भरकर दर्शन करने और शिव जी का आशीर्वाद लेने पहुंच रहे हैं। इस बार सावन मास में विशेष संयोग बन रहे हैं। ऐसा 72 साल बाद हो रहा है कि श्रावण मास की शुरुआत आज 22 जुलाई सोमवार से हो रही है और इसका समापन भी 19 अगस्त यानी सोमवार को ही होगा। लालेश्वर महादेव मंदिर के अधिष्ठाता विमर्शानंद ने सावन की महत्ता बताते हुए कहा कि सावन माह शिव भक्तों के लिए शिव आराधना का महत्वपूर्ण महीना है। एक और जहां इंद्र देव वर्षा के माध्यम से शिव का अभिषेक करते हैं।इस माह को भगवान की भक्ति के लिए विशेष माना गया है।शास्त्रीय मान्यता है कि सावन के महीने में भगवान शिव की उपासना से जीवन में सुख एवं समृद्धि की प्राप्ति तो होती ही है मृत्यु के समान विपत्ति भी टाल जाती है।सावन के पहले सोमवार पर शिव मंदिरों को रंग बिरंगी रोशनियों से सजाया गया।