बीकानेर। सड़क दुर्घटना में घायल युवक के तीमारदारों को आधार कार्ड लेकर नहीं लाने की कीमत सड़क दुर्घटना में घायल युवक की जान देकर चुकानी पड़ी। दरअसल नोखा के जांगलू मैं दो मोटरसाइकिल सवार युवक तेज गति से आ रही स्कॉर्पियो की चपेट में आ गए। इसके बाद आसपास मौजूद लोग दोनों युवकों को बीकानेर के पीबीएम अस्पताल के ट्रोमा सेंटर लेकर पहुंचे। जहां दुर्घटना में घायल युवक मूल सिंह का आधार कार्ड नहीं होने के कारण सीटी स्कैन नहीं हो पाया और उसने दम तोड दिया। घायल के तीमारदारो ने ट्रोमा सेंटर के स्टाफ से काफी मिन्नतें की लेकिन उन्होंने आधार कार्ड की कापी के बिना सीटी स्कैन करने से इंकार कर दिया। जब तक मरीज के तीमारदारों ने मोबाइल में उसका आधार कार्ड मंगवाया तब तक गंभीर रूप से घायल मूल सिंह ने इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया। आपको बता दें कि मेडिकल कालेज प्रिंसिपल, पीबीएम अधीक्षक ने कुछ दिन पहले ही एक आदेश जारी कर गंभीर रूप से बीमार मरीजो के लिए आधार कार्ड की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया था लेकिन ट्रोमा सेंटर के कर्मचारियों की लापरवाही के चलते गंभीर रूप से घायल मूल सिंह का अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। यदि समय रहते घायल मूल सिंह का सीटी स्कैन हो जाता तो उसकी जान बचाई जा सकती थी।
यह है मामला
बीकानेर से अपने घर जांगलू के लिये रवाना हुए रास्ते में गांव से कुछ दूरी पहले 24 वर्षीय रामस्वरूप और 30 वर्षीय मूलसिंह का जांगलू के पास एक्सीडेंट हो गया। बताया जा रहा है कि तेज गति से आ रहे स्कार्पियों की ट्रक से टक्कर हो गई। इनकी भिड़ंत में सड़क किनारे चल रहे मोटरसाइकिल सवार ये दोनों युवक घायल हो गये। जिन्हें राहगीर व ग्रामीण पीबीएम अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां गंभीर रूप से घायल मूलसिंह की आधार कार्ड नहीं होने के चलते इलाज में देरी हुई जिसके चलते घायल मूल सिंह ने दम तोड़ दिया।