बीकानेर। जिले के नोखा थाना क्षेत्र में मंगलवार रात हुए नौ लाख की लूट का पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। दोस्ती की आड़ में हुई इस साजिश का मास्टरमाइंड खुद पीड़ित का करीबी दोस्त ही निकला। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से 8.35 लाख रुपये बरामद कर लिए हैं। दिलचस्प मोड़ तब आया जब फुटेज और जांच के आधार पर पुलिस को कानाराम पर शक हुआ। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने पूरा भेद खोल दिया।
*कैसे रची गई थी लूट की साजिश*
बीकानेर के मांगीलाल रामावत अपने दोस्त कानाराम जाट से नौ लाख रुपये लेने नोखा पहुंचे थे। कानाराम ने लालच में आकर अपने दो साथियों राकेश और सुनील के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई। बस स्टैंड तक छोड़ने के बहाने कानाराम ने मांगीलाल को अपनी बाइक पर बैठाया, लेकिन रास्ते में जैसे ही वे राणेराव तालाब के पास पहुंचे, एक अन्य बाइक पर सवार दो बदमाशों ने उनकी गाड़ी को टक्कर मार दी। मांगीलाल सड़क पर गिर गए और बदमाश रुपये से भरा बैग लूटकर फरार हो गए।
*दिल्ली भागने की थी तैयारी, पुलिस ने यूं किया गिरफ्तार*
वारदात के बाद पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया और सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिससे संदेह कानाराम पर गया। कानाराम से कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने सच्चाई कबूल कर ली। कानाराम ने बताया कि उसके साथी राकेश और सुनील हिमाचल भागने की फिराक में हैं। नोखा पुलिस ने तुरंत श्रीडूंगरगढ़ पुलिस को सतर्क किया और संदिग्धों की तस्वीरें भेजीं। जैसे ही दोनों आरोपी दिल्ली जाने वाली बस में सवार हुए, पुलिस ने उन्हें धर दबोचा।नोखा एएसपी कैलाश सिंह सांदू ने बताया कि आरोपियों को गुरुवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। इस केस में पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से वारदात के 48 घंटे के भीतर ही लूटी गई रकम बरामद कर ली गई। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुटी हुई हैं।