बीकानेर। पीबीएम अस्पताल के हल्दीराम मूलचंद कार्डियोवस्कुलर हास्पिटल में देर रात हुए एक हादसे में अस्पताल में भर्ती एक मरीज की दूसरी मंजिल से गिरकर दर्दनाक मौत हो गई। मृतक की पहचान नागौर के बासेरी के रहने वाले हीर सिंह के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि हीर सिंह अस्पताल के दूसरी मंजिल के काटेज वार्ड नंबर 210 में भर्ती था। देर रात वह लघुशंका के लिए उठा काटेज का शौचालय खराब था इसलिए वह 212नंबर काटेज में बने शौचालय में शौच करने के लिए जा रहा था भूलवश वह काटेज से पहले बने सेफ्टी गेट में चला गया इसी दौरान उसका संतुलन बिगड़ गया और वह दो मंजिल नीचे आ गिरा। आसपास मौजूद लोग उसे इलाज के लिए ट्रोमा सेंटर ले गए जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।देर रात को हुई इस घटना के बाद मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है।
*क्या होता है सेफ्टी गेट*
अस्पताल में विद्युत व्यवस्था के लिए “सेफ्टी गेट” का उपयोग आमतौर पर विद्युत सुरक्षा और नियंत्रण के लिए किया जाता है।
इसका उपयोग निम्नलिखित कारणों से किया जाता है:
*विद्युत उपकरणों की सुरक्षा* सेफ्टी गेट का उपयोग विद्युत उपकरणों को अनधिकृत या आकस्मिक संपर्क से बचाने के लिए किया जाता है, ताकि कोई भी व्यक्ति गलती से विद्युत उपकरणों के संपर्क में न आए और दुर्घटना से बचा जा सके।