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बीकानेर:गर्ल्स स्कूल को बॉयज स्कूल में मर्ज करने का विरोध, छात्राओं ने सड़क जामकर जताया विरोध

बीकानेर:गर्ल्स स्कूल को बॉयज स्कूल में मर्ज करने का विरोध, छात्राओं ने सड़क जामकर जताया विरोध

बीकानेर के जस्सूसर गेट स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं ने अपने स्कूल को बॉयज स्कूल में मर्ज करने के फैसले के खिलाफ सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। नाराज छात्राओं ने सड़क पर जाम लगाकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और अपना विरोध दर्ज कराया। विरोध प्रदर्शन कर छात्राओं का कहना है कि इस स्कूल में पढ़ने वाली सभी छात्राएं गरीब घर से आती है। हमे हमारे माता-पिता गर्ल्स स्कूल में ही पढ़ाना चाहते हैं।हमारी स्कूल को बायज स्कूल में मर्ज कर दिया गया तो हमारी पढ़ाई छूट जाएगी। हम अगर इस गर्ल्स स्कूल को यदि सरकार ने इस फैसले को वापस नहीं लिया, तो वे भूख हड़ताल पर बैठने को मजबूर होंगी। प्रदर्शन कर रही छात्राओं और उनके अभिभावकों ने इस फैसले को अनुचित बताते हुए इसे तुरंत रद्द करने की मांग की।आपको बता दें कि शिक्षा निदेशक आशीष मोदी ने गुरुवार देर रात 260 स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया। इससे पहले, करीब 190 स्कूलों को बंद किया गया था।

 

*कोलायत से भाजपा विधायक के घर के सामनने स्थित है गर्ल्स स्कूल*

 

बीकानेर के कोलायत से भाजपा विधायक अंशुमान सिंह भाटी के घर के सामने स्थित सरकारी बालिका सीनियर सेकेंडरी स्कूल को बायज स्कूल में मर्ज कर दिया गया है। शिक्षा विभाग ने इसे कम नामांकन वाला स्कूल बताते हुए बॉयज स्कूल में मर्ज कर दिया, जबकि यहां करीब 300 छात्राएं पढ़ रही थीं। सरकार के इस फैसले को लेकर क्षेत्र के लोगों ने विधायक अंशुमान सिंह और उनके दादा पूर्व मंत्री,विधायक देवी सिंह भाटी के सामने नाराजगी जता चुके है।

लेकिन स्थानीय लोग और छात्राएं इस तर्क से सहमत नहीं हैं। प्रदर्शन कर रही छात्राओं ने सवाल उठाया कि यदि 300 छात्राएं कम संख्या मानी जाती हैं, तो सरकार की न्यूनतम सीमा क्या है?

छात्राओं और अभिभावकों के बढ़ते विरोध को देखते हुए अब सवाल उठने लगा है कि क्या सरकार अपने फैसले पर पुनर्विचार करेगी?

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