बीकानेर। बीकानेर से कुछ दूरी पर स्थित नाल गांव में अचानक हुई तेज आवाज से लोग सहम गए। यह कोई आतिशबाजी नहीं थी बल्कि विशेषज्ञों द्वारा किया गया धमाका था । एक्सपर्ट की देखरेख में किया यह बम धमाका इतना शक्तिशाली था कि नष्ट करते समय ब्लास्ट से खेत के उस हिस्से में जहां यह बम रखा गया था वहां पांच फीट का गड्ढा हो गया और उसका मलबा 20 फीट की ऊंचाई तक उछलकर इधर-उधर बिखर गया। दरअसल नाल गांव के मांगीलाल 29 नवंबर को खेत में बिजाई के लिए ट्रैक्टर चला रहे थे। इसी दौरान उनके ट्रैक्टर के पीछे लगा हेरो कठोर चीज टकराया। हेरो के मिट्टी को पलटने से खेत से बमनुमा चीज बाहर निकल आई। बम को देखते ही सभी के होश फाख्ता हो गए।किसान की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने इसे सुरक्षित जगह पर रखवा दिया। इसके चारों ओर मिट्टी के थैले रखवा दिये। पुलिस द्वारा सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे रक्षा विशेषज्ञ भी इसका मुआयना करके जा चुके थे। लगभग 20 दिन बाद एक्सपर्ट्स की टीम नाल गांव के इस खेत में पहुंची। नाल पुलिस थाना के सब-इंस्पेक्टर राकेश गोदारा के मुताबिक आर्मी के एक्सपर्ट्स मे कर्नल ई. मजूमदार टीम के साथ पहुंचे थे। नाल थाने की टीम में भी गोदारा के साथ भी एएसआई हरसुख राम, हैड कांस्टेबल पांचाराम सहित छह कांस्टेबल तैनात किये गये। आखिरकार पूरी सावधानी के साथ बम को डिस्पोज ऑफ किया गया। यह बम इतना शक्तिशाली था कि था कि इसकी आवाज कई किमी दूर तक लोगों को सुनाई दी।इस दौरान तेज आवाज से आसपास के लोग सहम गए।