बीकानेर। हाईकोर्ट एलडीसी भर्ती परीक्षा 2022 के पेपर लीक मामले में एसओजी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बीकानेर के तीन अभ्यर्थियों द्रोपदी सियाग निवासी नोखा रोड पुरानी चुंगी चौकी भीनासर, उमेश तंवर निवासी एमएम ग्राउंड के पीछे,राकेश कस्वां,निवासी केसर देसर जाटान बीकानेर को दबोचा है। इन पर परीक्षा में ब्लूटूथ के जरिए नकल कर सरकारी नौकरी हासिल करने की कोशिश का आरोप है।एसओजी की जांच में सामने आया है कि इस पूरे फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड पोरव कालेर था, जिसने गिरफ्तार अभ्यर्थियों को पहले ही पेपर पढ़ा दिया था। इसके बाद परीक्षा में ब्लूटूथ डिवाइस की मदद से उन्हें उत्तर बताए गए।एसओजी की टीम इस घोटाले में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। अब तक की जांच में यह भी सामने आया है कि यह गिरोह बड़े स्तर पर परीक्षाओं में धांधली कर अभ्यर्थियों को सरकारी नौकरियां दिलाने के नाम पर मोटी रकम वसूल रहा था।बीकानेर के रहने वाले इन अभ्यर्थियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है। इस मामले के सामने आने के बाद अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या हाईकोर्ट एलडीसी भर्ती परीक्षा 2022 को रद्द किया जाएगा? क्या उन अभ्यर्थियों के भविष्य पर असर पड़ेगा, जिन्होंने मेहनत से परीक्षा पास की थी? एसओजी की जांच पूरी होने के बाद ही इस पर कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है। लेकिन एक बात तय है। राजस्थान में लगातार हो रहे पेपर लीक मामलों ने परीक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता पर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़ा कर दिया है।