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बीकानेर जिले के लूणकरणसर, जयमलसर, भानीपुरा, नाल, कावनी और शेखसर सहित कई गांवों में गुरुवार देर रात अचानक मौसम ने करवट ली और तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि ने किसानों की मेहनत पर कहर बरपा दिया। खेतों में लहलहा रही गेहूं, चना, सरसों और जीरे की फसलें देखते ही देखते बर्बाद हो गईं।
*खेतों में बिछी ‘सफेद चादर’, ओलों की मार से फसलें हुई तबाह*
लूणकरणसर के चक 5 एडी, शेखसर और नथवाना गांवों में ओलों की सफेद चादर बिछ गई। किसानों का कहना है कि उनकी कई महीनों की मेहनत कुछ ही मिनटों में बर्बाद हो गई। खासकर गेहूं और सरसों की फसल को भारी नुकसान हुआ है। कई किसानों का कहना है कि अब वे कर्ज चुकाने की स्थिति में भी नहीं हैं।लूणकरणसर, जयमलसर, भानीपुरा, नाल समेत कई गांवों में ओलावृष्टि से फसल चौपट, किसानों पर टूटा संकट
*सरकार से मुआवजे की गुहार*
स्थानीय सरपंच और पंचायत प्रतिनिधियों ने प्रभावित गांवों का दौरा किया और सरकार से जल्द से जल्द नुकसान की गिरदावरी करवाकर किसानों को राहत राशि दिलाने की मांग की है। किसानों ने प्रशासन से तत्काल सहायता की अपील करते हुए कहा कि यदि जल्दी मदद नहीं मिली तो वे भारी संकट में फंस जाएंगे।
*जल्द गिरदावरी नहीं हुई तो होगा आंदोलन!*
किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र गिरदावरी कर मुआवजा नहीं दिया गया, तो वे आंदोलन के लिए मजबूर होंगे। प्रशासन की टीम को जल्द से जल्द सर्वे कर उचित सहायता राशि दिलाने की दिशा में ठोस कदम उठाने की जरूरत है, ताकि बर्बाद हुए किसानों को राहत मिल सके।