बीकानेर। सरकारी स्कूल में शिश्क्षको की कमी का विरोध करना ग्रामीणों को भारी पड़ गया। मंगलवार को हुए इस घटनाक्रम के बाद स्कूल प्रिंसिपल ने 50-60 अभिभावको के खिलाफ पूगल थाने में मारपीट, राजकार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज कराया है। मंगलवार को जिले पूगल थाना इलाके के अमरपुरा गांव में स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिक्षकों की कमी का आरोप लगाकर ग्रामीणों और छात्रों ने अमरपुरा सरपंच के नेतृत्व में स्कूल के गेट पर तालाबंदी कर नारेबाजी की। इस दौरान ग्रामीणों का आरोप था कि विद्यालय में सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राओं का नामांकन होने के बावजूद विद्यालय में शिक्षकों की कमी है। जिसके चलते छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित हो रही है और उनका भविष्य अंधकारमय हो गया है. अनुसार, स्कूल में क ई शिक्षकों के पद खाली हैं। ग्रामीणों का कहना था कि विगत तीन-चार वर्षों से विद्यालय में शिक्षकों की कमी चल रही है, जिसके चलते उन्हें तालाबंदी को मजबूर होना पडा। तालाबंदी की सूचना पर पुलिस और शिक्षा विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से समझाइश की, लेकिन ग्रामीण स्कूल में तुरंत प्रभाव से शिक्षक लगाने की मांग पर अड़े रहे, जिसके बाद ग्रामीणों और शिक्षा अधिकारियों के बीच फिर से वार्ता हुई और विद्यालय में पांच शिक्षक लगाने पर सहमति हुई । इसके साथ ही शेष व्यवस्थाओं में जल्द दुरुस्त करने का आश्वासन भी ग्रामीणों को दिया गया। इसके बाद ग्रामीणों ने स्कूल के गेट का ताला खोला। लेकिन स्कूल के प्रधानाचार्य द्वारा पूगल थाने में आज तालाबंदी के दौरान लगभग 50-60 लोगो पर अभद्रता, स्कूल प्रबंधन के साथ मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया गया है। जिसे लेकर ग्रामीणों ने नाराजगी जताते हुए चेतावनी भरे लहजे में कहा कि यदि स्कूल प्रबंधन मुकदमा वापस नहीं लेता है तो आगामी दिनों में उग्र आंदोलन किया जाएगा।राज्य सरकार चाहे सरकारी विद्यालयों में स्टाफ और संसाधनों की पूर्ति के लाख दावे करे, लेकिन हालात इसके बिलकुल उलट है।
बाइट इंद्राज , ग्रामीण।