राजस्थान में विधानसभा चुनाव भले ही 2023 में हैं, लेकिन राज्य की राजनीति में अभी से गरमा गई है। एक तरफ जहां कांग्रेस सरकार जनता को लुभाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। तो दूसरी तरफ भाजपा भी अपने संगठन मजबूत करने में जुट गई है। इसी बीच राजस्थान के चुनावी रण में आम आदमी पार्टी की भी एंट्री हो गई है। शुक्रवार को आप ने प्रदेश की सभी 200 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान किया है। इसके लिए पार्टी कार्यकर्ताओं ने ग्राम अभियान भी शुरू कर दिया है। यह राज्य के इतिहास में पहली बार होगा कि कोई तीसरी पार्टी सभी दो सौ सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है।आम आदमी पार्टी की राजस्थान इकाई के शीर्ष सदस्यों ने बताया पार्टी ने विधानसभा चुनावों की तैयारी के लिए 15 जुलाई से ही ग्रामीण इलाकों के संगठन को मजबूत बनाने की कोशिश कर दी है। हिमाचल और गुजरात के आम आदमी पार्टी के प्रभारी और राज्यसभा सांसद डॉ. संदीप पाठक ने राजस्थान में ग्राम संपर्क अभियान की शुरुआत की है। आप नेताओं का कहना है कि आजादी के बाद कांग्रेस और भाजपा ने विकास के नाम पर राजस्थान की जनता के साथ छलावा किया है। आप पार्टी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के विकास के मॉडल पर जनता की समस्याओं को दूर करने के लिए राजस्थान विधानसभा चुनावों में उतरने की तैयारी की है। इसके लिए ग्रामीण स्तर से संगठन को मजबूत बनाने की कवायद शुरू की जा रही है। इसके बाद सर्किल, जिला स्तर एवं संभाग स्तर पर संगठन को मजबूत किया जाएगा। राज्य स्तर पर संगठन को तैयार करने से पहले राजस्थान में पार्टी द्वारा सर्वे करवाया जाएगा।आम आदमी पार्टी के थिंक टैंक माने जाने वाले डॉ. संदीप पाठक और उनकी टीम इन दिनों राजस्थान के साथ साथ छत्तीसगढ़ और गुजरात में भी पार्टी का जनाधार मजबूत करने का काम कर रही है। पंजाब मुंगेली जिले के डॉ. संदीप पाठक को अरविंद केजरीवाल ने पंजाब से राज्यसभा भेजा है। आप कार्यकर्ताओं की टीम दिल्ली और पंजाब के विकास मॉडल को राजस्थान की जनता के बीच लेकर जाएगी। प्रदेश के दूर-दराज ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों की मूलभूत समस्याओं दूर करने को लेकर पार्टी संगठन का ढांचा तैयार कर रही है।