
बीकानेर में महापौर और नगर निगम आयुक्त के बीच लड़ाई तेज हो गई हैं। लगभग 1 महीने पहले ही निगम आयुक्त पद पर ज्वाइन किए गोपाल राम बिरधा से महापौर सुशीला कंवर की रार ठन गई है। दोनों की आपसी लड़ाई अब प्रतिष्ठा का सवाल बन चुकी हैं । बैठक से एक दिन पहले ही आयुक्त की धमकी भरी चैट के वायरल होने के बाद कांग्रेस पार्षदों ने आयुक्त को चेतावनी दे डाली। एक महिला पार्षद ने माइक छीनते हुए कहा कि अगर दम है आयुक्त में तो पार्षदों को निलंबित करके दिखा दे। बीकानेर नगर निगम आयुक्त ने आज साधारण सभा की बैठक नियमों का हवाला देते हुए बुलाई। वही महापौर सुशीला कंवर ने आयुक्त पर बैठक बुलाने का अधिकार ही नहीं होने का आरोप लगाया। साधारण सभा की बैठक में भी जमकर हंगामा बरपा तो वही नियमों की भी अनदेखी की गई। मेयर और बीजेपी पार्षदों ने बैठक का बहिष्कार कर दिया तो वही कांग्रेसी पार्षद भी दो गुटों में बंटे हुए नजर आए। एक गुट बैठक में मौजूद रहा तो वही कांग्रेस के दूसरे गुट ने आयुक्त के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए बैठक में हंगामा कर दिया। बैठक में भीड़ दिखाने के लिए निगम प्रशासन की ओर से सफाई कर्मचारियों को ही कुर्सियों पर बिठा दिया गया। बैठक शुरू होने से पहले राष्ट्रगान को बैठक समाप्ति पर गाया गया। निगम आयुक्त ने खुद का बचाव करते हुए कहा सफाई कर्मियों को या निगम कार्मिकों को व्यवस्था बनाने के लिए बिठाया गया था। वहीं आयुक्त ने कहा की उनकी चैट फर्जी है। कुछ लोगों द्वारा उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है। आयुक्त के लिए ऊहापोह की स्तिथि तब हो गई जब कांग्रेस पार्षद भी उनके खिलाफ हो गए। नेता प्रतिपक्ष चेतना डोटासरा ने आयुक्त को संविधान को ताक पर रखने का आरोप जड़ दिया। उन्होंने कहा कि आयुक्त का इस तरह पार्षदों को बैठक में उपस्थित होने के लिए धमकी देना नियमों की धज्जियां उड़ाता है। नेता प्रतिपक्ष ने निगम कमिश्नर पर मनमानी करने का भी आरोप लगाया।