बीकानेर।शहर में आयोजित जिला स्तरीय राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट में वैसे तो 131 निवेशकों के 32हजार करोड़ के एम ओ यू पर दस्तखत हुए। लेकिन इन्वेस्टमेंट समिट का माहौल उस वक्त गरमा गया जब बीकानेर के एक बड़े औद्योगिक घराने के एक स्थानीय व्यापारी का दर्द भरा बयान सभी का ध्यान खींच गया। समिट में बोलते हुए उन्होंने शहर की समस्याओं का ऐसा चित्र खींचा कि वहां बैठे अधिकारी भी असहज महसूस नजर आए। दरअसल लक्ष्मी निवास पैलेस में जिला स्तरीय राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट चल रही थी इस दौरान बीकाजी ग्रुप के प्रबंध निदेशक दीपक अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा किपूरे देश में पालिथीन बैन है मगर बीकानेर में जहां देखो देखो पालिथीन की भरमार दिखाई देती है। वे यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि हम निवेश के लिए बाहरी व्यापारियों को यहां बुलाते हैं, बड़े-बड़े वादे करते हैं, लेकिन जब वे शहर में कदम रखते हैं तो उन्हें गंदगी, खराब सड़कें और बदहाल यातायात जैसी समस्याएं ही मिलती हैं। ऐसे में, शहर को देखकर खुद पर शर्म महसूस होती है। उन्होंने कहा कि इससे ज्यादा मैं कुछ और बोलूंगा तो यहां बैठे कुछ लोग नाराज़ भी हो जाएंगे।उनकी इस बेबाक राय ने समिट के अन्य व्यापारियों और निवेशकों को सोचने पर मजबूर कर दिया। हालांकि समिट के दौरान 131 निवेशको ने 32हजार करोड़ रुपए के एम ओ यू पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समिट में केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर, वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े। समिट के दौरान कई व्यापारियों का कहना था कि शहर के बुनियादी ढांचे को लेकर प्रशासन को गंभीरता से सोचना चाहिए, वरना इन्वेस्टमेंट समिट केवल एक दिखावा बनकर रह जाएगी।इस दौरान व्यापारियों ने साफ-सफाई, ट्रैफिक, और सड़कों के हालत में सुधार की मांग की। उनका कहना था कि जब तक शहर की मूलभूत सुविधाएं बेहतर नहीं होंगी, निवेशकों को यहां लाना मुश्किल हो जाएगा।