बीकानेर : चार दिन पहले नोखा के एक निजी अस्पताल में जन्मे दुर्लभ बीमारी से पीड़ित जुड़वा बच्चों की गुरुवार शाम बीकानेर के नवजात गहन देखभाल इकाई में मौत हो गई। इनमें एक लड़की और एक लड़का था, जिनकी त्वचा प्लास्टिक जैसी सख्त और फटी हुई थी। ये बच्चे दुर्लभ आनुवंशिक बीमारी हार्लेक्विन-टाइप इचिथोसिस से ग्रस्त थे।
डॉक्टरों के अनुसार, यह बीमारी हर 5 लाख में से एक बच्चे में पाई जाती है और बेहद दुर्लभ है। देश में यह पहली बार हुआ है कि हार्लेक्विन-टाइप इचिथोसिस से पीड़ित जुड़वा बच्चे जन्मे हैं।
चिकित्सकों का कहना है कि यह रोग माता-पिता के संक्रमित क्रोमोसोम के कारण बच्चों में आता है, हालांकि माता-पिता स्वयं इस रोग से प्रभावित नहीं होते।