बीकानेर। यह कोई मंदिर के कपाट खुलने के बाद अपने देवता के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ नहीं है, यह भीड़ गंगा शहर स्थित सेटेलाइट अस्पताल के आगे जमा है। जैसे ही सेटेलाइट अस्पताल के दरवाजे खुले वैसे ही मरीजो की भीड़ ओपीडी में अपने नंबर की पर्ची कटवाने के लिए बेतहाशा दौड़ पड़ी। इस दौरान कोई बड़ा हादसा भी हो सकता था। कुछ ऐसा ही नजारा लगभग हर सुबह नजर आता है। लेकिन यहां के स्टाफ की लेटलतीफी ने मरीजों की परेशानी को और बढ़ा दिया है। बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का दावा करने वाली सरकार में यह तस्वीरें हैरान करने वाली तो है तो वहीं बीमार मरीजों को घंटों कतार में खड़े रहना पड़ता है।हर दिन, सुबह से ही मरीज और उनके परिजन गंगा शहर सेटेलाइट के बाहर जमा होने लगते हैं। परंतु,स्टाफ के देर से पहुंचने के कारण उनकी उम्मीदें टूटने लगती हैं। बुजुर्ग और महिलाएं, जिनके साथ छोटे बच्चे हैं, अक्सर सबसे अधिक परेशानी झेलते हैं।भीतर इंतजार कर रहे मरीजों की भीड़ को संभालना भी मुश्किल हो रहा है। भीड़ का दबाव बढ़ते ही कुछ लोग नाराज होकर वापस लौट जाते हैं, जबकि कुछ लोग हताश होकर अपना नंबर आने का इंतजार करते हैं।स्थानीय लोगों का कहना है कि सीएचसी में व्यवस्था को सुधारने के लिए कोई ठोस कदम उठाया जाना चाहिए ताकि स्टाफ समय पर उपलब्ध हो और मरीजों को समय पर इलाज मिल सके।आपको बता दें कि सरकार ने बड़े अस्पतालों में बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए शहरी क्षेत्रों में सेटेलाइट अस्पताल खोलने का निर्णय लिया था लेकिन स्टाफ की लेट लतीफी के चलते सेटेलाइट अस्पताल के हालात भी बद से बदतरीन हो ग ए हैं।