स्त्री राष्ट्र की आधार शक्ति होती है। राष्ट्र की प्रतिष्ठा व गरिमा, मात्र भौतिक संसाधनों व समृद्धि पर ही नहीं बल्कि उस राष्ट्र के नागरिकों की सुसंस्कृतता सदचरित्रता पर निर्भर होती है। यह विचार राष्ट्र सेविका समिति जोधपुर के प्रारंभिक वर्ग के समापन पर मुख्य वक्ता डॉ सुमन रावलोत ने व्यक्त किए। इस अवसर पर प्रीति ने कहा कि सद संस्कार निर्माण व कर्तव्य भाव जागरण, राष्ट्र सेविका समिति की शाखाएं करती है। शाखा संचालन, संगठन कौशल, निर्माण समय- समय पर दिए जाने वाले प्रशिक्षण से ही विकसित कार्यकर्ता निर्माण होते है। नोखा में रायसर रोड़ स्थित आदर्श विद्या मंदिर में 25 दिसंबर से चल रहे प्रारंभिक शिक्षा वर्ग का 30 दिसंबर को समापन कार्यक्रम 31 दिसंबर सुबह दीक्षांत के बाद वर्ग पूरा होगा। इस वर्ग में 7 दिन तक सेविका बहनों ने दंड, योगासन, योग व्यायाम, नियुद्ध आदि क्रिया सीखी। इस दौरान सेविकाओं को भारतीय संस्कृति से जुड़े कई विषयों की जानकारी दी गई है,जैसे भारत के ज्ञान विज्ञान की गौरवशाली परंपरा, भगवा ध्वज, राष्ट्र सेविका समिति का परिचय, युवतियों के सामने आने वाली चुनौतियां आदि। इस वर्ग में प्रातः5:30 से लेकर रात 10:00 बजे तक दिनचर्या का पालन किया। इसमें बहनें क अलग-अलग गणो में शाखा, बौद्धिक, चर्चा, कार्यशाला, आदि गतिविधियों में भाग लेती रही। इस प्रारम्भिक प्रशिक्षण वर्ग में विद्यार्थी बालिकाएं व तरुणियां के अतिरिक्त, गृहिणियां भी सम्मिलित हुई। जिन्होंने पूरे समय वहीं रह कर शिक्षण पूरा किया। वर्ग में बीकानेर विभाग में तीन जिलों से 20 स्थानों से बहनों की संख्या 155 रही। अधिकारी शिक्षिका एवं प्रबंधिकाओं को मिलाकर वर्ग क संख्या 183 रहीं। आज समापन कार्यक्रम में मुख्य वक्ता प्रीति गोयल प्रांत प्रचार प्रमुख व मुख्य अतिथि जयश्री भूरा आप समाज सेविका है। अध्यक्षा सपना मीणा ने समापन कार्यक्रम स्थानीयजनों ने उत्साह से उपस्थित कर कार्यक्रम में सहभाग किया।