बीकानेर। पुलिस थाना नया शहर के दम्माणी चौक के रहने वाले महावीर प्रसाद के बैंक खाते से 19 लाख की धोखाधड़ी के मामले मैं पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। एड. एसपी अमित कुमार ने बताया कि दम्मानी चौक निवासी महावीर प्रसाद ने नयाशहर पुलिस थाने में एक लिखित रिपोर्ट दी कि उसका एसबीआई बैंक जस्सुसर ब्रांच में सैविंग अकाउण्ट है। जिसमैं उसने चैकबुक जारी करवा रखी है। उक्त चैक बुक में से किसी अज्ञात व्यक्ति ने मेरा हस्ताक्षरित चैक मेरे घर से चुराकर 27 अप्रैल को दिन में करीब 12:30 बजे मेरा खाता में सेल्फ चैक लगाकर बैंक मैनेजर के साथ आपराधिक षडयन्त्र रचकर बिना मुझे जानकारी दिये तथा बैंक द्वारा मेरे खाता से 19लाख अस्सी हजार रुपये निकाल लिये। जिसकी जानकारी मुझे बैंक से पैसे निकलवाने के लिये जाने पर प्राप्त हुई। इस बाबत परिवादी ने नया शहर थाने मैं मामला दर्ज करवाया था। इस पर पुलिस ने धारा 380,420,451, 120 बी के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।पुलिस की तफ्तीश मैं सामने आया कि महावीर प्रसाद के साले का लड़का गंजानन्द औझा जो चार्टड एकाउण्टर फाइनल वर्ष का विद्यार्थी है तथा महावीर प्रसाद के रिटायरमेन्ट फंड रिलिज की कार्यवाही के दौरान साथ रहा था। बैंक से पैसे निकालने के बाद अनुसंधान के दौरान भी लगातार साथ-साथ घुम रहा था पुलिस को उसकी गतिविधियां संदिग्ध नजर लगी। इस पर गजानन्द औझा की पुलिस ने कुण्डली खगाली तो ज्ञात हुआ की गजानन्द की सगाई उसके साथ पढऩे वाली ही लड़की चार्टड एकाउन्टेट अन्नपूर्णा सारस्वत से हुई है। पुलिस को अन्नपूर्णा सारस्वत का हुलिया बैंक केश काऊण्टर पर राशि निकालने वाली लड़की जैसा ही दिख रहा था हालांकि पुलिस को चकमा देने के लिए चैक के पीछे हस्ताक्षर अंकिता के किया हुए थे।लेकिन गजानन्द, अन्नपूर्णा से कड़ाई से पूछताछ करने पर गजानन्द टूट गया और उसने बैंक से पैसे निकालने की बात कबूल कर ली पुलिस ने उसके कब्जे से 19 लाख 80 हजार रूपये बरामद कर लिये गए।फिलहाल पुलिस दोनों आरोपियों से गहनता से पूछताछ कर प्रकरण में बैंककर्मियों की भूमिका के बारे में गहनता से पूछताछ की जा रही है। प्रारम्भिक पूछताछ में मुख्य आरोपियों ने ऐशो आराम करने के लिये इस वारदात को अंजाम दिया था।