छात्रसंघ चुनावों के मतदान से ठीक एक दिन पहले बाड़ेबंदी में रहे छात्रों ने जमकर शराब परोसी गई। शहर के कई ऐसे भवन थे जो छात्र नेताओं ने किराये पर ले रखे थे जहां पर छात्रों के मनोरंजन के लिए बाहर से लड़कियों को बुलाकर नचावाया गया तथा अश्लीलता परोसी गई। क्या छात्र नेता इसलिए चुनाव लड़ते है जो अभी इस तरह की अश्लीलता पेश कर रहे है क्या वो छात्रों की समस्याओं को दूर करेंगे। कॉलेजों में पढऩे वाले छात्र अपने नेता को यह सोचकर वोट देते है कि वो हमारी हर समस्या को दूर करेंगे उनको क्या पता कि उनका कल तक लड़कियों को नचावा रहा था जो आज क्या करेंगे क्या यह भारत का भविष्य है। देर रात तक फिल्मी संगीत की धुनों पर लड़कियां ठुमके लगा रही थी। डीजे की तेज धुन से आसपास के लोग परेशान हुए बताते है। सूत्रों के अनुसार बीकानेर में इसके अलावा कई और उम्मीदवारों के यंहा बाड़ेबंदी में रंगीन ठुमके लगाए जा रहे थे। लिंगदोह समिति के रूल हवा में उड़ते नजर आए। इन सबके ऊपर नजर होते हुए भी प्रशासन भी मूक दर्शक बना रहा। मां बाप छोड़ देते है बच्चों को बाडेबंदी में कैसे भेज देते है उनको पता ही नहीं है उनका बच्चा किस ओर जा रहा है जहां पर खुले आम बाहर की लड़कियों का अश्लील डांस परोसा जा रहा है। क्या छात्र राजनीति में यह शोभा देता है कि छात्र नेता इस तरह से शहर को बदनाम करें जहां पर हजारों बच्चे उनसे उम्मीद बनाये रखते है कि वह कल का भविष्य है। सोशल मीडिया पर एक वीडियों वायरल हो रहा है जिसमें एक अध्यक्ष पद के उम्मीदवार द्वारा बाड़ेबंदी में छात्रों के मनोरंजन के लिए खुले आम लड़कियों से अश्लील डांस करवा गया । जहां शराब व अन्य नशों का दौर चला। वाॅइस आफ बीकानेर इस वीडियों की पुष्टि नहीं करता लेकिन बताया जा रहा है । ये वीडियो रामपुरिया कॉलेज के अध्यक्ष प्रत्यासी शिव शक्ति भवन जस्सूसर गेट का बताया जा रहा है।