बीकानेर। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि लम्पी स्किन डिजीज की रोकथाम के लिए पशुपालन सहित सभी विभाग आपस में समन्वय करते हुए मिशन मोड पर कार्य करे। आमजन में जागरूकता के लिए सघन अभियान चलाए जाएं।
जिला कलेक्टर ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित साप्ताहिक समीक्षा बैठक में संक्रमित पशुओं के इलाज की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही प्रभावित पशुओं को उचित पोषण उपलब्ध हो, इस संबंध में भी आमजन को जानकारी देने के लिए कहा। जिला कलक्टर ने कहा कि मृत पशुओं का निस्तारण समुचित तरीके से हो, इस संबंध में भी जानकारी दें। उन्होंने कहा कि दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। विभाग आवश्यकता के अनुसार दवाइयां जल्द से जल्द खरीदे और पशुपालकों को दवाइयां उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने अधिकारियों को गौशालाओं का निरीक्षण करते हुए प्रत्येक स्थिति पर नजर रखने के निर्देश दिए।
*कम हिमोग्लोबिन वाली किशोरियों पर रखें नजर*
जिला कलक्टर ने कहा कि गत दिनों वृहद स्तर पर चले हीमोग्लोबिन जांच अभियान के दौरान की 10 ग्राम या इससे कम स्तर पर पाई गई 1 लाख 3 हजार बालिकाओं के हीमोग्लोबिन को सही स्तर पर लाने के लिए सरकारी एजेंसियां, शिक्षा विभाग और स्कूल अपने स्तर पर एक ट्रैकिंग सिस्टम विकसित करें। फोलोअप के साथ-साथ स्कूलों में पर्याप्त मात्रा में आयरन सिरप और टेबलेट आदि की एडवांस में सप्लाई और डिमांड रहे।उन्होंने कहा कि जिन बालिकाओं का हीमोग्लोबिन स्तर 7 से कम है, उनके इंजेक्शन लगवाने के साथ पोषण पर विशेष ध्यान दिया जाए। जिला कलक्टर ने कोविड-19 वैक्सीनेशन का गैप पूरा करने के भी निर्देश दिए।
*सर्वे से ना छूटे एक भी बच्चा*
जिला कलक्टर ने कहा कि संभावित ड्रॉपआउट बच्चों के स्कूलों में प्रवेश का फॉलोअप करें। शिक्षा विभाग द्वारा किए जा रहे सर्वे से किसी भी ढाणी या गांव का बच्चा सर्वे से वंचित ना रहे। प्रत्येक बच्चे की पूरी सूचना उपलब्ध हो, जिससे हर बच्चे को स्कूल तक पहुंचाना सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने उजियारी पंचायतों को बढ़ाने की बात कही। बैठक में सांख्यिकी, सूचना और प्रौद्योगिकी, उद्योग, खनन, श्रम सहित विभिन्न विभागों की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई।
जिला कलक्टर ने कहा कि गत वर्ष की तुलना में आंगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकृत बच्चों और महिलाओं की संख्या पर प्रस्तुत की जाए। सजग आंगनबाड़ी अभियान में यदि केंद्रों के पुनः विजिट कीआवश्यकता है, तो विजिट करवाएं। जिला कलक्टर ने जिले में 15 हजार और किचन गार्डन स्थापित करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र द्वारा 10-10 किचन गार्डन और बनवाए जाएं।
जिला कलक्टर ने 20 सूत्री कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए कहा कि कार्यक्रम के तहत दिए गए लक्ष्य की तुलना में हुई प्रगति के संबंध में समुचित रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। उन्होंने कहा कि लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अधिकारी नियमित मानिटरिंग करते हुए कार्य करें और उपलब्धि अपडेट करवाएं।
बैठक में जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के., आईसीडीएस उपनिदेशक शारदा चौधरी, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र मंजू नैण गोदारा, अधीक्षण अभियंता पीएचईडी राजेश पुरोहित सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।