अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने छात्र संघ चुनाव की तारीखों पर आपत्ति जताई है। उन्होंने सरकार के छात्रसंघ चुनाव करवाने के फैसले का स्वागत किया लेकिन इलेक्शन डेट 26 अगस्त होने के कारण चुनाव में बड़ी संख्या में विद्यार्थी वोट नहीं दे पाने को लोकतंत्र की हत्या बताते हुए इलेक्शन की तारीख 15 दिन आगे बढ़ाने की मांग की।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का आरोप है कि है राज्य सरकार और प्रशासन के बीच तालमेल के अभाव की वजह से इस बार करीब 60 फीसदी छात्र अपने वोट का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। अभी तक विद्यार्थियों के प्रवेश और परिणाम का कोई ठिकाना नहीं हैं। ऐसे में छात्रों के इस महापर्व में जब छात्र ही भाग नहीं लेंगे तो फिर ये कैसा चुनाव?
विद्यार्थी परिषद के कानदान ने बताया कि अभी तक सरकार ने स्नातक लास्ट ईयर के परीक्षा का परिणाम जारी नहीं किया और ना ही एडमिशन प्रक्रिया पूरी हो पाई। ऐसे में छात्र संघ चुनाव करवाना लोकतंत्र की हत्या होगी। कॉलेज के छात्रों में चुनाव की तिथि को गलत ठहराया और तिथि को आगे बढ़ाने की मांग की। उन्होंने बताया कि अगर मांग पूरी नहीं की गई तो विद्यार्थी परिषद उग्र प्रदर्शन करेगा।