बीकानेर। बाल श्रम रोकथाम के लिए जिले में चलाए जा रहे अभियान के तहत गठित टास्क फोर्स की बुधवार को समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) पंकज शर्मा ने अब तक हुई कार्रवाई की जानकारी ली। शर्मा ने कहा कि टीमें औद्योगिक इकाई, होटल एवं रेस्टोरेंट का औचक निरीक्षण करें तथा जिन-जिन क्षेत्रों में निरीक्षण कर लिया जाए, उनकी क्षेत्रवार में रिपोर्ट प्रस्तुत करें। शर्मा ने बाल श्रम उन्मूलन के लिए अब तक की गई कार्रवाई की जानकारी लेते हुए कहा कि यदि कचरा बीनने के काम के लिए प्रदेश के बाहर से बच्चे लाए जा रहे हैं, तो शिकायत पर कार्रवाई करते हुए संबंधित को पाबंद करें। इसके बावजूद संबंधित व्यक्ति यदि पुनः इस तरह की अवैध गतिविधियों में लिप्त पाया जाता हैं तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
बैठक में अब तक किए गए औचक निरीक्षणों के साथ-साथ पुनर्वास गतिविधि से भी अवगत कराया गया। अतिरिक्त जिला कलक्टर ने कहा कि पुनर्वास के लिए लाए जाने वाले बच्चे पुनः बाल श्रम से ना जुड़ें यह सुनिश्चित करने के लिए उनके अभिभावकों के साथ नियमित रूप से समझाइश और फॉलोअप किया जाए। इसके लिए सभी एजेंसियां समन्वय रखते हुए कार्य करें।
*पुलिस जांच प्रक्रिया में तेजी लाए*
अनुसूचित जाति, जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत गठित जिला स्तरीय सतर्कता समिति की बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर शर्मा ने कहा कि कई प्रकरण पुलिस की जांच समय पर पूरी नहीं होने के चलते लंबित है, ऐसे प्रकरणों में पुलिस समय पर जांच प्रक्रिया पूरी करें जिससे पीड़ित को राहत दी जा सके। उन्होंने कहा कि पीड़ित व्यक्ति को समय पर मुआवजा दिया जाना सुनिश्चित किया जाए। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक एलडी पंवार ने दर्ज और बकाया प्रकरणों व मुआवजा वितरण के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में सहायक निदेशक बाल अधिकारिता कविता स्वामी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।