
बीकानेर। श्रीडूंगरगढ़ के पूर्व विधायक और वरिष्ठ भाजपा नेता किशनाराम नाई का सोमवार देर रात निधन हो गया। वे 93 वर्ष के थे और पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे। उनका अंतिम संस्कार मंगलवार को दोपहर 2 बजे श्रीडूंगरगढ़ के कालू रोड स्थित मोक्षधाम में किया जाएगा।
किशनाराम नाई तीन बार विधायक रहे और दो जिलों—चूरू और बीकानेर—में भाजपा के देहात अध्यक्ष का दायित्व संभाल चुके थे। पहले श्रीडूंगरगढ़ चूरू जिले का हिस्सा था, तब वे वहां के देहात अध्यक्ष बने। बाद में जब श्रीडूंगरगढ़ बीकानेर जिले में शामिल हुआ, तब उन्होंने बीकानेर देहात अध्यक्ष का पद संभाला।
वर्ष 1990 में उन्होंने दिग्गज नेता कुंभाराम आर्य को हराकर पहली बार विधानसभा में प्रवेश किया और प्रदेश की राजनीति में अपनी मजबूत पहचान बनाई। 1993 में जब भैरोसिंह शेखावत की सरकार पर संकट आया था, तब किशनाराम नाई ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए सरकार को संकट से उबारा था। वे भैरोसिंह शेखावत के करीबी माने जाते थे।
1 जनवरी 1935 को जन्मे किशनाराम नाई ने हमेशा पिछड़े वर्ग की आवाज बुलंद की और राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभाई। उनके निधन से क्षेत्रीय राजनीति को गहरी क्षति पहुँची है। वरिष्ठ भाजपा नेता और कार्यकर्ता उन्हें श्रद्धांजलि देने उनके आवास पहुंच रहे हैं।