
बीकानेर। होली और रम्मत का नाम आते ही बीकानेर की मौज-मस्ती और व्यंग्य से भरपूर परंपराओं की तस्वीर उभरती है। लेकिन बीती रात अमरसिंह राठौड़ रम्मत के आगाज के दौरान एक ऐसा वाकया हुआ, जिसने सोशल मीडिया पर भी बहस छेड़ दी।रम्मत की शुरुआत परंपरागत रूप से ‘माताजी’ के आगमन के साथ होती है। आचार्य चौक में भारी भीड़ के बीच माताजी के दर्शन के लिए समाज के प्रतिष्ठित लोग, रम्मत के कलाकार और स्थानीय लोग मौजूद रहते हैं। लेकिन इस बार मंच पर बीकानेर पश्चिम के विधायक जेठानंद व्यास, कांग्रेस महासचिव आनंद जोशी, भाजपा पार्षद किशोर आचार्य जैसे नेता भी नजर आए।इसी दौरान अचानक बिजली गुल हो गई, जिससे मोहल्लेवासियों में नाराजगी फैल गई। माहौल तब गर्मा गया जब विधायक व्यास मंच पर पहुंचे और भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने “फेर आयग्यो बी.डी. कल्ला” के नारे लगाने शुरू कर दिए। यह देख मोहल्ले के जागरूक लोगों ने तुरंत हस्तक्षेप किया और रम्मत के मंच को राजनीतिक अखाड़ा बनने से रोका।अब इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर जबरदस्त चर्चा हो रही है। एक तरफ जहां रम्मत के दौरान राजनीतिक नारेबाजी की आलोचना हो रही है, वहीं दूसरी ओर यह सवाल भी उठ रहा है कि माताजी के आगमन के अवसर पर विधायक की मौजूदगी ही क्यों थी? आमतौर पर इस परंपरा में किसी मंत्री या विधायक की उपस्थिति नहीं होती, जिससे लोग और ज्यादा आक्रोशित हो गए।राजनीति और परंपराओं के इस टकराव ने बीकानेर की अपने कथानक, ख्याल को लेकर मशहूर अमरसिंह राठौड़ की इस रम्मत को सुर्खियों में ला दिया है।