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बीकानेर। नशे की लत जब सिर चढ़कर बोलती है, तो इंसान सही-गलत की पहचान भूल जाता है। ऐसा ही कुछ हुआ कोहरियो का मोहल्ला निवासी अमित कुमार के साथ, जो एमडी ड्रग्स का आदी होने के बाद चोरी के दलदल में फंस गया। अपनी लत को पूरा करने के लिए उसने बीकानेर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पीबीएम को ही अपना निशाना बना लिया। लेकिन आखिरकार, अस्पताल के सतर्क सुरक्षाकर्मियों ने उसकी चोरी की आदत पर ब्रेक लगा दी।ट्रॉमा सेंटर में रात के समय आने-जाने वालों पर नजर रखने वाले सुरक्षाकर्मियों को पिछले कई दिनों से किसी अनजान शख्स की गतिविधियां संदिग्ध लग रही थीं। जब नाइट ड्यूटी कांस्टेबल गणेशाराम, ट्रॉमा सेंटर सुरक्षा प्रभारी बाघसिंह, नाइट गार्ड जसवंत कालावत और बाबूलाल ने चौकसी बढ़ाई, तो बीती रात एक युवक को चोरी करते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। पूछताछ में पता चला कि यह युवक कोई साधारण चोर नहीं, बल्कि एमडी ड्रग्स का आदी सीरियल चोर है, जिसने अस्पताल में कई बार चोरी की वारदातों को अंजाम दिया है।पकड़े जाने के बाद अमित ने कबूल किया कि उसने अस्पताल में रेजिडेंट डॉक्टर्स के बैग, मोबाइल और अन्य कीमती सामान चुराए हैं। इतना ही नहीं, उसने यह भी माना कि अपनी नशे की जरूरतों को पूरा करने के लिए उसने अपने ही घर से 20 हजार रुपए चुरा लिए थे।अस्पताल प्रशासन को पिछले कई दिनों से लगातार चोरियों की शिकायतें मिल रही थीं। डॉक्टरों और मरीजों के परिजनों के मोबाइल और अन्य सामान गायब होने की घटनाएं बढ़ गई थीं। सुरक्षा टीम ने जाल बिछाकर अमित को चोरी करते हुए पकड़ लिया और तुरंत सदर पुलिस को सौंप दिया।अब पुलिस उससे पूछताछ कर रही है कि उसने और किन-किन जगहों पर चोरी की वारदातों को अंजाम दिया है।