बीकानेर । सर्किट हाउस में उस वक्त हड़कंप मच गया जब महिला आयोग की अध्यक्ष रेहाना रियाज चिश्ती की जनसुनवाई के दौरान एक महिला शिकायतकर्ता अचानक बेहोश हो गई। हैरानी की बात यह रही कि मौके पर न तो एंबुलेंस उपलब्ध थी और न ही कोई महिला पुलिसकर्मी। ऐसे में पुरुष पुलिसकर्मियों ने महिला को पुलिस जीप में डालकर अस्पताल पहुंचाने की कोशिश की, जिससे माहौल और गरमा गया।
इस जनसुनवाई में संपत्ति विवाद और घरेलू हिंसा सहित कुल 25 मामलों की सुनवाई हुई, जिसमें रेहाना रियाज चिश्ती ने संबंधित अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने पुलिस प्रशासन और महिला आयोग के बीच समन्वय को और मजबूत करने की बात कही।बेहोश हुई महिला को लेकर प्रशासन की लापरवाही पर भी सवाल उठे, जिस पर महिला आयोग अध्यक्ष ने अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा। सुनवाई के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी जबरन बुलाए जाने के सवाल का जवाब देते हुए रियाज ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं महिला अधिकार के लिए धरातल पर कार्य करने वाली पहली कड़ी” बताया।
इस दौरान जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि, एसपी कावेन्द्र सिंह सागर, जिला परिषद सीईओ सोहनलाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। हालांकि, इस घटना ने जनसुनवाई के दौरान जिला प्रशासन की किसी भी आपात स्थिति से निपटने पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।