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बीकानेर में स्थापित होगा उद्यानिकी ग्राह्य परीक्षण केंद्र: उद्यानिकी विकास को मिलेगी नई दिशा

बीकानेर में स्थापित होगा उद्यानिकी ग्राह्य परीक्षण केंद्र: उद्यानिकी विकास को मिलेगी नई दिशा

बीकानेर: जिला बीकानेर में उद्यानिकी फसलों के विकास और अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए राजकीय मैकेनाइज्ड खजूर फार्म खारा पर 10 हेक्टेयर क्षेत्र में नवीन उद्यानिकी ग्राह्य परीक्षण केंद्र (एटीसी हार्टिकल्चर) की स्थापना की जा रही है। संयुक्त निदेशक उद्यान, डॉ. दयाशंकर ने बताया कि यह केंद्र प्रदेश में अपनी तरह का पहला केंद्र होगा, जो वृहद स्तर पर कृषि जलवायु खंडों में उद्यानिकी अनुसंधान करेगा।

 

यह परियोजना मुख्यमंत्री की बजट घोषणा के तहत उद्यान विभाग की पहल पर शुरू की गई है। केंद्र का नाम “कार्यालय उप निदेशक उद्यान (अनुसंधान) ग्राह्य परीक्षण केंद्र बीकानेर” रखा गया है, और इसमें सात नवीन पद सृजित किए गए हैं, जिनमें उप निदेशक, कृषि अनुसंधान अधिकारी (उद्यान, कीट और पौध व्याधि), सहायक कृषि अधिकारी, कृषि पर्यवेक्षक और वरिष्ठ सहायक शामिल हैं।

 

उद्यानिकी फसलों और अनुसंधान पर विशेष ध्यान

 

कृषि अधिकारी उद्यान मुकेश गहलोत ने बताया कि बीकानेर में 65050 हेक्टेयर में विभिन्न उद्यानिकी फसलों जैसे इसबगोल, मेथी, जीरा, प्याज, पालक, धनिया, गाजर, मटर, टमाटर आदि की खेती होती है। इसके साथ ही 1480 हेक्टेयर क्षेत्रफल में अनार, खजूर, बेर और सिट्रस फलों के बगीचे भी हैं।

 

इस केंद्र की स्थापना से सब्जियों और फलों पर अनुसंधान को गति मिलेगी। संरक्षित खेती के तहत पॉलिहाउस में खीरा, शिमला मिर्च, चेरी टोमैटो, तथा लोटनल और मल्चिंग तकनीकों पर शोध किया जाएगा। यह केंद्र न केवल बीकानेर बल्कि जोन I-सी के अन्य जिलों, जैसे चुरू और जैसलमेर के किसानों को भी लाभान्वित करेगा।

 

आधारभूत सुविधाओं के लिए स्वीकृत राशि

 

उद्यान आयुक्तालय जयपुर ने इस केंद्र के लिए 360.15 लाख रुपये की अनुमानित लागत तय की है। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत 135 लाख रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई है। स्मिता सक्सेना, उप निदेशक (अनुसंधान), ने यह राशि अधिशासी अभियंता, राजस्थान राज्य कृषि विपणन बोर्ड बीकानेर को हस्तांतरित कर दी है।

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