बीकानेर। राज्य सरकार के एक साल का कार्यकाल पूरा होने के उपलक्ष्य में 12 दिसंबर को स्वायत्त शासन विभाग द्वारा सफाई कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र देने की तैयारी जोरों पर है। लेकिन दूसरी तरफ भर्ती प्रक्रिया को लेकर प्रदेशभर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं।
बुधवार को बीकानेर में वाल्मीकि समाज ने जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने महापड़ाव डाला। आंदोलनकारियों ने आरोप लगाया कि नगर निगम बीकानेर समेत कई निकायों ने समय पर अनुभव प्रमाण-पत्र जारी नहीं किए, जिसके चलते विभागीय साइट पर इनका अपलोड भी नहीं हो सका। इस स्थिति में करीब 50% आवेदक लॉटरी प्रक्रिया से बाहर हो गए हैं।
कर्मचारी नेता शिवलाल तेजी का कहना है कि अस्पताल, स्कूल, पुलिस और अन्य संस्थानों से अनुभव प्रमाण-पत्र लेने वाले आवेदक भी प्रक्रिया से बाहर हो चुके हैं। वहीं, संयोजक नंदलाल जावा ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि 28 नवंबर से 5 दिसंबर तक त्रुटि सुधार का समय दिया गया, लेकिन अनुभव प्रमाण-पत्र जमा कराने की अंतिम तिथि 27 नवंबर रखी गई। इस वजह से हजारों आवेदक अपने प्रमाण-पत्र अपलोड नहीं कर सके।
जावा ने सरकार से मांग की है कि अनुभव प्रमाण-पत्र अपलोड करने के लिए साइट फिर से खोली जाए या फिर बीकानेर नगर निगम की भर्ती को रद्द किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर मांगे नहीं मानी गईं तो अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी।